۲۹ شهریور ۱۴۰۳ |۱۵ ربیع‌الاول ۱۴۴۶ | Sep 19, 2024
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हौज़ा / नौगावां सादात में रसूल अल्लाह और इमाम हसन की शहादत पर इमामबारगाह में शब्बेदारी का आयोजन किया गया जिसमे बस्ती की चारो अंजुमनों ने भाग लिया विभिन्न क्षेत्रों से आई हुई  छ: अन्य अंजुमनों ने भी भाग लिया। सुबह को ताबूत व जुलूस निकाला गया।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,नौगावां सादात में रसूल अल्लाह और इमाम हसन की शहादत पर इमामबारगाह में शब्बेदारी का आयोजन किया गया जिसमे बस्ती की चारो अंजुमनों ने भाग लिया विभिन्न क्षेत्रों से आई हुई  छ: अन्य अंजुमनों ने भी भाग लिया सुबह को ताबूत व जुलूस निकाला गया।

सुबह के समय, दस अंजुमनों अंजुमन हैदरी, अंजुमन यादगारे हुसैनी, अंजुमन आब्दिया, और अंजुमन सोगवारे हुसैनी और बाहर ये आई हुई छ: अंजुमनों ने मिलकर एक जुलूस निकाला इस जुलूस ने मोहल्ला हफ्ता बाजार, दौलत शहीद, बड़ी इमली, फखरपूरा, हुसैनी चौक, पंहियारी तालाब, शाहफरीद, अली नगर, बुध बाजार और गुला तालाब आदि सभी मोहल्लों में गश्त की। 

शाम को अंजुमन हैदरी ने इमाम बारगाह सैय्यद नूर से एक अलग जुलूस निकाला इस जुलूस के दौरान श्रद्धालुओं ने “हाय रसूल ए खुदा, हाय इमाम ए हसन” नौहा पढ़ा और इमाम हसन की शहादत को श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस जुलूस ने भी मोहल्लों का दौरा किया और इमाम हसन की शहादत की याद में शोक और मातम किया ताबूत को श्रद्धा और सम्मान के साथ उठाया गया, और मातमदारों ने एकजुट होकर इमाम हसन के बलिदान को याद किया।

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